संकाय दीक्षा अनुदान

संकाय दीक्षा अनुदान योजना का कार्य संसाधन और विकास को प्रारम्भिक स्तर पर सुचारु रूप से स्थापित करना व संकाय में नए सिरे से जुड़े सदस्यों को प्रोत्साहित व समर्थन देना है, जो कि संकाय सदस्यों के किये गए शोध को आगे बढ़ाने में भी सहायक है| संकाय अनुदान योजना की सीमा की मौजूदा राशि को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर अधिकतम 20 लाख रुपये कर दिया गया है| संकाय दीक्षा अनुदान का लाभ उठाने हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए प्रक्रिया व दिशानिर्देश और इस योजना के अंतर्गत संसाधन और विकास कार्य निष्पादित करने के लिए नीचे उल्लेख किया गया है:

1. नए संकाय सदस्यों को दो वर्ष की अवधि हेतु, अधिकतम 20 लाख रुपये तक की दीक्षा अनुदान स्वीकृत किया जा सकता है, जिससे की वें बुनियादी स्तर पर अपने अनुसंधान को विकसित कर सके| नए संकाय सदस्यों को संस्थान में शामिल होने की तिथि से एक वर्ष के भीतर इस अनुदान के लिए आवेदन करना होगा|

2. इसके अलावा, वे बीस लाख रूपए जो क़ि प्रस्ताव पर आधारित है, बिना किसी प्रस्ताव के नए संकाय को नियुक्ति के पहले दिन दो लाख की राशि प्रदान की जायेगी| यह बीस लाख रूपए स्रिक कार्यालय के परियोजना सम्बद्ध खाते में जाएंगे व नया संकाय इन रुपयों का उपयोग यात्रा हेतु व विभिन्न उपकरणों, लैपटॉप, प्रिंटर, फर्नीचर, उपभोग्य साम्रग्रीयों, गैर उपभोग्य साम्रग्रीयों व सॉफ्टवेयर खरीद हेतु कर सकते हैं| इन सभी को दो लाख रुपयों में खरीदा जा सकता है|

3. विभाग/केंद्र से सम्बद्ध प्रमुख के माध्यम से आवेदक संकाय सदस्य, निर्धारित प्रारूप में, डीन स्रिक ऑफिस में अपना शोध प्रस्ताव प्रस्तुत करेगा (दो वर्ष चरणानुसार बजट सहित)

4. बाहरी सहकर्मी निरीक्षण हेतु, संकाय सदस्य द्वारा तीन बाहरी विशेषज्ञों की एक सूची प्रस्तावित की जाएगी व उन सभी को निरिक्षण हेतु प्रस्ताव भेजा जाएगा| बाहरी विशेषज्ञों पर टिप्पणी, बाहरी समिति को प्रस्तुत की जाएगी|

5. प्रस्ताव का मूल्यांकन निम्नलिखित विशेषज्ञ समिति द्वारा किया जाएगा|

क्रम संख्याँ समिति सदस्यगण पद
1. डीन स्रिक अध्यक्ष
2. संस्थान के अंदर से ही किन्तु विभाग, केंद्र के बाहर से एक विशेषज्ञ सदस्य
3. सम्बंधित विभाग प्रमुख सदस्य

6. अनुदान का उपयोग प्रयोगशाला उपकरण, उपभोग्य सामग्रियों, सॉफ्टवेयर व् केवल तकनीकी यात्राओँ के उद्देश्य के लिए किया जाएगा व् अनुदान वार्षिक आधार पर ही जारी किया जाएगा|

7. अगले वर्ष के लिए अनुदान जारी करने से पहले अपने संबंधित विभाग के प्रमुख, केंद्र के माध्यम से, संबंधित संकाय सदस्य द्वारा वार्षिक प्रगति रिपोर्ट, डीन स्रिक कार्यालय को प्रस्तुत की जायेगी|

8. यह योजना 1 अगस्त 2017 के बाद नियुक्त होने वाले नए संकाय के लिए लागू होगी|

संकाय दीक्षा अनुदान के बारे में विवरण कृपया डाउनलोड करें

संकाय दीक्षा अनुदान हेतु संपर्क बिंदु

नाम पद दूरभाष ईमेल - आई डी
श्री जीतेन्द्र डिमरी सहायक रजिस्ट्रार +91-1332-285561 jd.ar17@iitr.ac.in

प्रमुख अंतःविषय प्रयोगशाला उपकरणों के लिए समर्थन (एस एम आई एल ई)

एस एम आई एल ई योजना के तहत, केवल अनुसंधान महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर जोर देने हेतु, संस्थान केवल उन अनुसंधान क्षेत्रों में प्रमुख उपकरणों की खरीद हेतु सहायता प्रदान करेगा जहाँ वाकई इसकी आवश्यकता है| इस योजना के तहत सहायता हेतु केवल 25 लाख से ऊपर की लागत वाली प्रमुख सुविधाओं पर विचार किया जाएगा|

दिए गए निर्देशानुसार ही प्रस्तावों को प्रस्तुति हेतु सूचीबद्ध किया जाएगा :

एस एम आई एल ई दिशानिर्देशों का विवरण कृपया यहाँ डाउनलोड करें

एस एम आई एल ई संपर्क हेतु यहाँ संपर्क करें:

नाम पद दूरभाष ईमेल - आई डी
डॉo रोना बैनर्जी प्रोजेक्ट परामर्शदाता +91-1332-284256 ronab.adm@iitr.ac.in

अनुदान योजना का मिलान

संस्थान के संकाय सदस्यों से, अधिक प्रायोजित अनुसंधान प्रस्तावों को प्रस्तुत करने के लिए उनको प्रोत्साहित करने हेतु व जब एक प्रायोजित प्रस्ताव को मंजूरी दी जाती है तब उससे जुड़े कुछ मुद्दों को हल करने हेतु मिलान अनुदान योजना प्रारम्भ की गई है| उच्च लागत उपकरणों व् सुविधाओं की खरीद हेतु, उनसे मिलते - जुलते अनुदान हेतु, एक समूह आवेदन कर सकता है| प्रायोजित शोध प्रस्ताव हेतु, प्रस्तुतीकरण व समझौते के समय, संस्थान वचन पत्र के रूप में अनुदान मिलान मांग सकता है| अनुमोदित प्रायोजित परियोजना हेतु 20 लाख रुपये के उपकरण के लिए निधि संस्था द्वारा स्वीकृत राशि का 50 प्रतिशत तक का अनुदान, जो भी कम हो, एक विशेषज्ञ समिति द्वारा उचित मूल्यांकन पर स्वीकृति दे दी है| विभिन्न परियोजनाओं हेतु, संकाय सदस्य द्वारा बीस लाख तक का अनुदान तीन वर्षों के लिए प्राप्त किया जा सकता है|

संस्थान से मिलने वाला अनुदान है:

1. संस्थान से अधिक प्रायोजित अनुसंधान प्रस्तावों को प्रस्तुत करने हेतु प्रोत्साहित करना|

2. उन प्रायोजित प्रस्तावों का प्रचार करें जिनको स्वीकृति मिल जाती है

निम्नलिखित परिस्थितियों में संस्थान अनुदान मिलान मांग सकता है :

1. प्रायोजित शोध प्रस्ताव हेतु, प्रस्तुतीकरण व समझौते के समय, संस्थान वचन पत्र के रूप में अनुदान मिलान मांग सकता है| कुछ मामलों में, इससे प्रस्तावों की सफलता की संभावना बढ़ सकती है

2. जब केवल प्रस्तावों के लिए आंशिक सहायता को स्वीकृति दी गई है,

3. संस्थान से कुछ अतिरिक्त धन के अलावा, बेहतर उपकरण या सुविधा प्राप्त या स्थापित की जा सकती है, तब जो भी प्रायोजित निधि से संभव हो पायेगा|

संस्थान अनुदान मिलान योजना सम्बंधित जानकारियाँ कृपया यहाँ डाउनलोड करें

एस एम आई एल ई संपर्क हेतु यहाँ संपर्क करें:

नाम पद दूरभाष ईमेल - आई डी
डॉo रोना बैनर्जी प्रोजेक्ट परामर्शदाता +91-1332-284256 ronab.adm@iitr.ac.in
डीन स्रिक
एसोसिएट डीन
(कॉर्पोरेट व्यवहार)
एसोसिएट डीन
(नवाचार और वृद्धि)